मैं कौन हूँ
मैं कौन हूँ,
एक हिंदू ?
मुसलमान से लड़ने के लिए।
एक हिंदुस्तानी,
पाकिस्तान से झगड़ने के लिए।
जब पुरुष हूँ,
स्त्री पे रोब दिखाता हूँ।
और जब मालिक,
नौकर पे धौंस जमाता हूँ।
कभी दिल्ली का होकर,
बिहार पे हँसता हूँ।
कभी बी.जे.पी.के लिए,
कांग्रेस पे बिगड़ता हूँ।
मैं जाति हूँ,धर्म हूँ,
देश हूँ,एक राज्य,
मैं मुझसे हीं खंडित हूँ,
विघटित, विभाज्य।