अंधेरों में जला नहीं जो

===

चिंगारी बन लड़ा नहीं जो,

उसने कब इतिहास लिखा है?

===

अंधेरों में जला नहीं जो,

उससे कब प्रकाश खिला है?

===

किसी फूल के रसिया को,

शुलों से नफरत नहीं चलेगा,

===

धूप छाँव पानी से बचकर,

ना अड़हुल पर कुसुम खिलेगा।

===

ग्रीष्म मेघ वृष्टि बरखा से,

जो भिड़ते गाथा रचते,

===

शीत ताप से जो बच रहते ,

उनको कब मधुमास दिखा है?

===

चिंगारी बन लड़ा नहीं जो,

उसने कब इतिहास लिखा है?

===

अजय अमिताभ सुमन

Ajay Amitabh Suman

[IPR Lawyer & Poet] Delhi High Court, India Mobile:9990389539